अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद जो बाइडन एक्शन में आ गए। उन्होंने अपने कार्यकाल के पहले दिन ही 17 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर के जरिये अपने पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप की कई अहम विदेश नीतियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के फैसलों को पलट दिया।
ये कार्यकारी आदेश पेरिस जलवायु समझौते से दोबारा जुड़ने, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से अमेरिका के अलग होने की प्रक्रिया पर रोक लगाने, 17 मुस्लिम व अफ्रीकी देशों के नागरिकों की यात्रा पर लगे प्रतिबंध को हटाने और मेक्सिको की सीमा पर दीवार निर्माण के काम को तत्काल प्रभाव से रोकने जैसे फैसलों से जुड़े हैं।
बाइडन बुधवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के कुछ घंटे बाद व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस पहुंचे और 17 कार्यकारी आदेशों व घोषणाओं पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मुझे आज के कार्यकारी आदेशों को लेकर गर्व हो रहा है और मैं इनके जरिये अपने उन वादों को पूरा करने की शुरुआत कर रहा हूं, जिनका वादा मैंने अमेरिकी लोगों से किया था।’
बाइडन ने बताया कि वह आने वाले दिनों में इस तरह के कई और कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे। उन्होंने एक आदेश के जरिये डब्ल्यूएचओ से अमेरिका के अलग होने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी। साथ ही संक्रामक बीमारियों पर देश के शीर्ष विशेषज्ञ डॉ. एंटोनी फासी को इस स्वास्थ्य एजेंसी की सालाना बैठक में हिस्सा लेने को कहा है। यह बैठक गुरुवार को होने वाली है।
ट्रंप ने गत अप्रैल में डब्ल्यूएचओ पर चीन के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए इसकी फंडिंग में कटौती कर दी थी और इस वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी से अमेरिका के अलग होने का आदेश दिया था। बाइडन ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका के दोबारा जुड़ने का आदेश दिया है। ट्रंप प्रशासन ने गत नवंबर में इस समझौते से अमेरिका को अलग कर दिया था।
ट्रंप ने समझौते को पक्षपाती व चीन, रूस और भारत को लाभ पहुंचने वाला करार दिया था। बाइडन ने ट्रंप के उस आदेश को भी पलट दिया, जिसमें उन्होंने कई मुस्लिम और अफ्रीकी देशों के लोगों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी।