चीनी वीजा घोटाले के आरोपी कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्र उन्हें और उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को फंसाने के लिए अपनी एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ कर रहा है।
जांच एजेंसी के सामने अपना बयान दर्ज कराने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मामला कुछ और नहीं बल्कि उन्हें परेशान करने की एक रणनीति है।
कार्ति चिदंबरम ने कहा कि उनके जरिए उनके पिता को निशाना बनाया जा रहा है।
कार्ति ने कहा, केंद्र सरकार एक बार फिर अपनी एजेंसियों का इस्तेमाल कर मुझ पर दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप लगा रही है।
पहले, एक विचाराधीन हत्या के संदिग्ध के बयान के आधार पर एजेंसियां मेरे पीछे पड़ी थीं। अब, वे एक ऐसे मृत व्यक्ति के कथित कार्यों पर अपने फर्जी आरोप लगा रहे हैं, जिससे मैं कभी नहीं मिला।सीबीआई को दिए एक बयान में, उन्होंने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, मेरा प्राथमिकी में उल्लिखित किसी भी कॉर्पोरेट संस्था के साथ कोई संबंध नहीं है।
मैंने कभी भी एक भी चीनी नागरिक को उनकी वीजा प्रक्रिया में सुविधा नहीं दी है, 250 की तो बात ही छोड़ दें। मैं वीजा औपचारिकताओं के बारे में नहीं जानता और मुझे यह भी नहीं पता कि इसका अधिकार किसके पास है।
उन्होंने कहा, मैं उस व्यक्ति (अब मृतक) को भी नहीं जानता, जिसकी कथित कार्रवाई से यह आरोप लगा है।इस मामले में हाल ही में उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट एस. भास्कररमन को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई उनका कार्ति से सामना कराना चाहती थी।