असम के लोगों को बीजेपी ग़रीब और पिछड़ों से भी ज्यादा निपट मूर्ख मानती है!
‘गुजरात मॉडल’ का नगाड़ा बजाने के बाद संघ-बीजेपी को ‘डबल इंजन’ का झुनझुना बजाने की जैसी लत लग गयी। इसका ताज़ा और शानदार संस्करण इस बार असम और बंगाल के...
Read more‘गुजरात मॉडल’ का नगाड़ा बजाने के बाद संघ-बीजेपी को ‘डबल इंजन’ का झुनझुना बजाने की जैसी लत लग गयी। इसका ताज़ा और शानदार संस्करण इस बार असम और बंगाल के...
Read moreकिसान कैसे भूल सकते हैं कि तेज़ी से कड़े फ़ैसले लेने वाली सरकार ने जिस संसद से डंके की चोट पर कृषि क़ानून पारित करवाये, उसी ढंग से संविधान के...
Read moreचुनाव आयोग, क्या सरकारी कर्मचारियों को मतदाता नहीं मानता? क्योंकि यदि सरकारी कर्मचारी भी मतदाता हैं तो चुनाव की घोषणा होने या आदर्श चुनाव संहिता के लागू होने बाद इन्हें...
Read moreअंक और गिनती से पनपी गणित की दर्ज़नों शाखाएँ हैं। अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति वग़ैरह से तो सभी परिचित हैं। गणित विज्ञान है। विज्ञान की तरह गणित के भी नियम और...
Read moreपुलिस या न्यायिक सुधारों को लेकर देश या राज्यों में काँग्रेसी सरकारों ने अतीत में जैसी लापरवाही दिखायी, उसी का दंश मौजूदा काँग्रेसियों को ख़ून के आँसू रोकर भोगना पड़...
Read moreकेन्द्र सरकार इस बात को लेकर बहुत सन्तुष्ट नज़र आती है कि ताज़ा कृषि क़ानूनों का अभी मुख्य रूप से सिर्फ़ दो राज्यों- पंजाब और हरियाणा में ही भारी विरोध...
Read moreदूर तलक जाने वाली अगली बात है कि भारतीय न्यायपालिका में ‘न्यायिक चमत्कारों’ का भी शानदार इतिहास रहा है। मुम्बई में पाँच मज़दूरों ने सलमान ख़ान की कार से उस...
Read moreसंघियों का एक ही एजेंडा है कि सांसद और विधानसभाओं को ख़रीदकर या सैद्धान्तिक रूप से ध्वस्त करके भारतीय लोकतंत्र और संविधान को पूरी तरह से संघ का ग़ुलाम बनाना!...
Read moreमोदी युग की सबसे बड़ी पहचान यही हो गयी है कि यहाँ ‘मन की बात’ की तो भरमार है लेकिन ‘काम की बात’ को ढूँढ़ना मुहाल है। इसीलिए ‘टाइम’ और...
Read moreमध्यम वर्गीय, शिक्षित, खाते-पीते लोगों और ख़ासकर सवर्णों के बीच कांग्रेस की चिर परिचित बीमारियां अरसे से आपसी चर्चा का मुद्दा बनती रही हैं। लेकिन मज़े की बात तो ये...
Read moreसुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा के हवाले से शाहीन बाग़ वाले संविधान बचाओ आन्दोलन को जल्द बहाल करने की सुगबुगाहट है। इसी तर्ज़ पर क्या सोशल-डिस्टेसिंग का जोख़िम उठाकर...
Read moreदिलीप घोष ने बीते नवम्बर में रहस्योद्घाटन किया था कि ‘भारतीय नस्ल की गायों में एक खासियत होती है। इनके दूध में सोना मिला होता है और इसी वजह से...
Read moreमेरा 30 साल का सारा पत्रकारीय अनुभव और कौशल ये पता नहीं लगा पाया कि बिहार और बंगाल की चुनावी बेला को ध्यान में रखकर घोषित हुआ केन्द्र सरकार का...
Read moreसर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने ऐसा धमाका करके दिखा दिया है, जैसा दुनिया के ज्ञात इतिहास में शायद ही कभी हुआ हो! हुज़ूर का कहना है कि “पूर्वी लद्दाख में...
Read moreआश्चर्य की बात तो यह भी है कि सरकार को नाख़ुश कर रहे 19 हाईकोर्ट का क्षेत्राधिकार तक़रीबन 90 फ़ीसदी आबादी से जुड़ा हुआ है। क्या यह माना जाए कि...
Read moreभारत के संवैधानिक, क़ानूनी और सरकारी ढाँचे को जानने-समझने वाले लोग वैसे तो इतना जानते ही हैं कि CBI, CVC और CAG जैसी शीर्ष संस्थाएँ केन्द्र सरकार के इशारे पर...
Read moreग़रीब हो या अमीर, अब तो सभी 20 लाख करोड़ रुपये के सुहाने पैकेज़ वाले झुनझुने की झंकार सुनने को बेताब हैं। लेकिन वित्तमंत्री की पहले दिन की पेशकश में...
Read more12 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस 20 लाख करोड़ रुपये के आत्म-निर्भर पैकेज़ का ऐलान किया था, वो अब बढ़कर क़रीब 21 लाख करोड़ रुपये का हो चुका...
Read moreऐसे वक़्त में जब कोरोना संक्रमण से पैदा हुई चुनौतियाँ बेक़ाबू ही बनी हुई हैं, तभी हमारी राज्य सरकारों में एक नया संक्रमण बेहद तेज़ी से अपने पैर पसार रहा...
Read moreकोरोना संकट के पहले से अर्थव्यवस्था पर गहराई चौतरफ़ा मन्दी और बढ़ती बेरोज़गारी का कहर ग़रीबों के बाद अब मध्य वर्ग पर सितम ढाने को तैयार है। अर्थव्यवस्था के हरेक...
Read moreराजनीति में हवा का रुख़ पलटने में ज़्यादा देर नहीं लगती। इसीलिए सभी राजनेता हर बात का राजनीतिकरण करने का मौक़ा ढूँढते रहते हैं। यह हवा जिसके ख़िलाफ़ होती है,...
Read moreमुख्यमंत्रियों के साथ 27 अप्रैल को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो सबसे बड़ी बात कही, उसे उनके चहेते मेनस्ट्रीम (गोदी) मीडिया ने ऐसा ‘अंडरप्ले’ किया कि...
Read moreमोदीजी को पता है कि जनता जितना कष्ट में रहेगी, उतना ही उनकी ओर तारणहार की तरह देखेगी। तारणहार, यानी भगवान। आम तौर पर लोग कष्टों को भगवान की मर्ज़ी...
Read moreवैसे तो सारी दुनिया में जनता की नब्ज़ को भाँपने के लिए अनेक सर्वेक्षण होते हैं, लेकिन अमेरिकी सर्वेक्षणों की प्रतिष्ठा ख़ासी बेहतर समझी जाती है। क्योंकि इनसे सच का...
Read moreकोरोना के कहर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प को चकरघिन्नी बना दिया है। ख़ुद को सर्वशक्तिमान समझने वाला अमेरिका अब तक अपनी 50,000 लाशें गिन चुका है। वैसे ट्रम्प ख़ुद...
Read moreद्वापर युग में हस्तिनापुर के राजदरबार में जैसे दुर्योधन और दुःशासन ने द्रौपदी का चीरहरण करके अपने माथे पर अमिट कलंक लगाया था, बिल्कुल वैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और...
Read moreऐसे भ्रामक दावों से सरकार जो हासिल करना चाहती थी वो तो कमोबेश उसने हासिल कर लिया, क्योंकि मीडिया ने ICMR के दावों को वैसे ही ‘प्लांट ख़बर’ के रूप...
Read moreक्या देश जिन चुनौतियों से जूझ रहा है, उसका समाधान बताएँगे प्रधानमंत्री या फिर ये एक और 'इवेंट' अथवा 'मन की बात' ही होगी?
Read moreअब भी वक़्त है कि प्रधानमंत्री लॉकडाउन की मियाद बढ़ाने के ऐलान के साथ ही देश और ख़ासकर मेहनतकश तबके को अच्छे ढंग से समझाएँ कि मौजूदा चुनौतियों को देखते...
Read moreदक्षिण कोरिया की खुशनसीबी थी कि उसने चीन के ऐसे अनुभवों को देखते हुए अपनी रणनीति बनायी और उसे अमल में लाया। जबकि बाक़ी दुनिया के देशों का मूर्ख नेतृत्व...
Read moreराष्ट्रपति ट्रम्प आशंका जता चुके हैं कि अमेरिका की 34 करोड़ की आबादी में से क़रीब 2.5 लाख लोग कोरोना की भेंट चढ़ जाएँगे। यदि भारत में ऐसा ही अनुपात...
Read moreप्रवचन और उपदेशों से समाज की विकृतियाँ दूर हुई होती तो चप्पे-चप्पे पर धर्मात्मा ही नज़र आते। दरअसल, समझाने से सिर्फ़ वही समझते हैं, जो समझना चाहते हैं। जो समझना...
Read moreभारत की नौकरशाही के मुखिया कैबिनेट सचिव राजीव गौबा का 30 मार्च 2020 का बयान है, “मैं ऐसी रिपोर्टों से चकित हूँ, लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की कोई योजना नहीं...
Read moreमैं ‘राष्ट्रद्रोही-लिबरल-सेक्यूलर’ मौजूदा दौर में क्या करूँ? पत्रकारिता का धर्म कैसे निभाऊँ? कैसे कहूँ कि “हुज़ूर, वज़ीर-ए-आज़म आपने ‘जनता कर्फ़्यू’ और ‘टोटल लॉकडाउन’ का फ़ैसला लेने में बहुत देर कर...
Read moreआपने भले ही प्रज्ञा ठाकुर को ‘कभी दिल से माफ़ नहीं करने’ का बयान देने के बावजूद माफ़ कर दिया हो, उनके ख़िलाफ़ आपकी पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की...
Read moreवुहान और चीन को भी कोरोना की स्टेज के बारे में जानने में वक़्त लगा। यही हाल दुनिया के तमाम देशों का भी रहा। भारत को प्रकृति ने औरों के...
Read moreये सबसे बड़ा झूठ है कि कोरोना वायरस को चीन या अमेरिका ने अपने किसी जैविक हथियार के रूप में विकसित किया था, लेकिन दुर्भाग्यवश वो प्रयोगशालाओं के तालों और...
Read moreसंवैधानिक पदों का दायित्व सम्भालने वालों के लिए संविधान में पद और गोपनीयता की शपथ लेने का विधान बनाया गया है। संविधान के अनुच्छेद 60, 69, 75(4), 99, 124(6), 148(2),...
Read moreक्या बीजेपी ने दिल्ली में अपने पुनर्निर्वाचित विधायक ओम प्रकाश शर्मा को सुपर पीएम बना दिया है? वर्ना वो कैसे कह रहे हैं कि ‘दिल्ली में हार के बाद भी...
Read moreदिल्ली विधानसभा के चुनावों में अनेक भ्रष्ट narratives (कथा, कहानी) का बोलाबाला रहा। इनमें से एक है ‘मुफ़्तख़ोरी’ (Freebies)। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी पर हमला करने...
Read moreभूलकर भी दिमाग़ में ये विचार नहीं लाएँ कि कसाब और गोपाल का मतलब एक ही है। आख़िर, एक मुसलमान और दूसरा हिन्दू जो है।
Read moreIT Cell की बदौलत तरह-तरह के झूठ, अफ़वाह और विरोधियों के चरित्र-हनन का सहारा लेकर बीजेपी ने 2014 में सबको धूल चटा दी। तब तक उसका IT Cell अभेद्य दुर्ग...
Read moreनागरिकता क़ानून को लेकर उत्तर-पूर्वी राज्य उबल रहे हैं। सरकार को शान्ति और ‘ऑर्डर’ क़ायम रखने के लिए सेना को बुलाने का आख़िर तरीक़ा अपनाने के लिए मज़बूर होना पड़ा...
Read moreसरकार कभी अफ़ग़ानिस्तान से तो कभी मिस्र से प्याज़ के आयात का भारी-भरकम आँकड़ा देकर कहती है कि ‘देश में तो सब ठीक है’। प्याज़ का दाम न तो कोई...
Read moreराजनीति को ‘अनन्त सम्भावनाओं का खेल’ कहा गया है। इसमें कोई भी अछूत नहीं होता। राजनीति का सत्ता और कुर्सी के पीछे भागना अनिवार्य है। राजनीतिक विचारधाराएँ सिर्फ़ मुखौटा होती...
Read moreसियासी दंगल को देखें तो इनमें से अलग-अलग मुहावरे, अलग-अलग मठाधीशों पर बिल्कुल सटीक ढंग से चस्पाँ होता है। हरेक मुहावरा दंगल के अलग-अलग खिलाड़ियों मसलन, बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी और...
Read moreयदि आप महाराष्ट्र में आनन-फ़ानन में देवेन्द्र फड़नवीस और अजीत पवार की ताजपोशी के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जैसे परजीवी को क़सूरवार मानते हैं, तो मानते रहें। धुनते रहें...
Read moreअवैध कॉलोनियों के निवासियों के लिए ये तय करना बेहद मुश्किल होगा कि अपने वोट के ज़रिये किस पार्टी के प्रति आभार और विश्वास जताएँ? रोज़मर्रा की महत्वपूर्ण चीज़ों को...
Read moreराजनीति में बड़ा नेता बनने की दो तरक़ीब है। पहला, आपके पास जितना बड़ा जनाधार, आप उतने बड़े नेता। और दूसरा, आपके प्रतिद्वन्दी आपको कितना बड़ा नेता मानते हैं? विरोधी...
Read moreमहाराष्ट्र ने तो 24 अक्टूबर को खंडित जनादेश दिया नहीं, तो फिर उसे लोकप्रिय सरकार पाने के संवैधानिक हक़ से दूर रखने का गुनहगार कौन है? बीजेपी या शिवसेना या...
Read moreभारतीय राजनीति में मायावती एक बड़ी और अनुभवी नेता हैं। कई बार उनका राजनीतिक दाँव हमें चकित भी करता रहा है। उनके ताज़ा बयान ने सिर्फ़ इतना ही ज़ाहिर किया...
Read moreजेटली ने ही न्यायपालिका में मौजूद कॉलेज़ियम प्रणाली को ख़त्म करने की रणनीति बनायी। संसद में तो वो सफल हो गये, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी बाज़ी पटल दी। जेटली...
Read moreकश्मीर के विपक्षी नेता नज़रबन्द हैं। मोदी सरकार को डर है कि विपक्षी नेता अपने बचे-खुचे जनाधार की बदौलत उसके तमाम वादों-इरादों की कलई खोल देंगे। जिससे सरकार की छीछालेदर...
Read moreफ़ानी दुनिया में अपने मनमोहक व्यक्तित्व की विरासत छोड़कर शीला दीक्षित हमेशा के लिए रूख़सत हो गयीं। किसी ने उन्हें अजातशत्रु बताया तो किसी ने उनके ममतामय रूप को याद...
Read moreलोकसभा चुनाव 2019 में काँग्रेस के ख़राब प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी लेते हुए आख़िरकार, राहुल गाँधी ने काँग्रेस अध्यक्ष का पद सहर्ष और स्वेच्छा से त्याग दिया। राहुल ने 25 मई...
Read moreबुनियादी तौर पर सर्वेक्षण या सर्वे कोई ख़राब चीज़ नहीं है। लेकिन ओपनियन पोल और एक्ज़िट पोल जैसे सर्वे ने लोकतंत्र की आत्मा यानी चुनाव और इसकी पवित्रता की हत्या...
Read moreअज़ब दस्तूर है कि जो लोग पूरे समाज को ज़िन्दा रखने के लिए अपनी ज़िन्दगी दाँव पर लगाते हैं, उन्हें ही हमारा बेदर्द सिस्टम मौत के मुँह में ढकेलता रहता...
Read moreनरेन्द्र मोदी की टक्कर का झूठ बोलने वाला और लम्बी-चौड़ी फेंकने वाला प्रधानमंत्री भारत में पहले कभी पैदा नहीं हुआ। एक से एक झूठ तो मोदी के हरेक भाषण या...
Read moreकाँग्रेस के रणनीतिकार चाहे जिन-जिन वाज़िब या ग़ैरवाज़िब वजहों से उत्तर प्रदेश में गठबन्धन से बाहर रहने को मज़बूर हुए, लेकिन उन्हें अभी फ़ौरन ये सूझबूझ दिखाना चाहिए कि वाराणसी...
Read moreVIP सीट के जिस छवि की वजह से वाराणसी में मोदी, अमेठी-वायनाड में राहुल, रायबरेली में सोनिया, मैनपुरी में मुलायम, गाँधीनगर में अमित शाह, छिन्दवाड़ा में नकुल नाथ की जीत...
Read moreमोदी-शाह ने इस चुनाव को कितना बड़ा मसखरा बना दिया है, इसकी सबसे बड़ी मिशाल तो ये है कि बीजेपी के तमाम क़द्दावर मंत्री इस चुनाव में जनता का सामना...
Read moreचुनाव आयोग ‘डाल-डाल’ तो मेनका गाँधी ‘पात-पात’। इधर, चुनाव आयोग ने मेनका को मुसलमानों को धमकाने की सज़ा सुनायी तो उधर, मेनका ने नयी धमकी दे डाली, ‘जितना वोट, उतना...
Read moreअगली बार जब आप वोट देने जाएँ तो पहले ज़रा उपरोक्त सवालों के उत्तर तलाशने की कोशिश करें। इसके लिए भी सिर्फ़ और सिर्फ़ अपनी समझ और जानकारी से काम...
Read moreजैसे किसी भी शुभ कार्य से पहले गणपति वन्दना की जाती है, जैसे विद्यालय में सरस्वती की प्रार्थना करते हैं, वैसे ही इस लेख का शुभारम्भ जिस सूक्ति वाक्य से...
Read more2014 की तस्वीर में अटल-आडवाणी-जोशी-राजनाथ ऊपर थे। अब सिर्फ़ राजनाथ फड़फड़ा पाते हैं। बाक़ी अटल दुनिया से चले गये और आडवाणी-जोशी तो कूड़ेदान (मार्गदर्शक मंडल) में फेंकने लायक भी नहीं...
Read moreक्या आप जानते हैं कि देश में किन-किन पार्टियों ने कॉल-सेंटर्स की सेवाएँ लेकर ये जानने का अभियान छेड़ रखा है कि आगामी चुनाव में आप किस पार्टी के वोट...
Read moreआख़िरकार, आडवाणी कुछ बोले तो! पाँच साल बाद उनकी क़लम उठी। उन्होंने पिछला ब्लॉग 23 अप्रैल 2014 को लिखा था। आडवाणी के ताज़ा ब्लॉग ‘सबसे पहले देश, फिर दल, फिर...
Read moreभारत में मुस्लिम काल का संस्थापक शहाबुद्दीन मोहम्मद गोरी को बताया जाता है। मोहम्मद गोरी एक अफ़गानी था। उसने 1194 में दिल्ली के गहड़वाल वंश के राजा जयचन्द्र को पराजित...
Read moreहर चुनाव में कुछ न कुछ नयापन जुड़ता रहता है। इस बार VVPAT चोटी पर है। लेकिन VVPAT की पर्चियों की गिनती को लेकर चुनाव आयोग की ओर से सुप्रीम...
Read moreचुनावी मौसम में तीन बातें सिर चढ़कर बोलती हैं। पहला, किसका-किससे-कैसा और क्यों गठबन्धन या तालमेल हो रहा है? दूसरा, कौन-किसको-कहाँ से उम्मीदवार बना रहा है? तीसरा, चुनाव में कौन-किस...
Read moreकभी पाकिस्तान के सबसे ख़ास दोस्त रहे अमेरिका के सामने अब धर्मसंकट है। अमेरिका को प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर ये स्वीकार करना होगा कि पाकिस्तान को लेकर उसकी पुरानी...
Read moreमैं तीन दशक से पेशेवर पत्रकार हूँ। कई बड़े और प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के लिए रिपोर्टिंग की। सैन्य अभियानों और संसद तथा अक्षरधाम आतंकी हमलों जैसी बड़ी घटनाओं का भी...
Read moreपुलवामा हमले के बाद देश में राष्ट्रभक्ति का उन्माद है। कोई युद्ध की दुन्दुभि बजा रहा है, तो कोई पाकिस्तान को दिये गये मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन (MFN) के दर्ज़े को...
Read moreपुलवामा आतंकी हमले से देश वैसे ही आक्रोशित है जैसे उरी, नागरोटा और पठानकोट जैसे हमलों के बाद था। संसद पर हमले, मुम्बई के आतंकी हमले और कारगिल युद्ध के...
Read moreनरेन्द्र मोदी कैबिनेट का ताज़ा फ़ैसला है कि देश में आर्थिक रूप से कमज़ोर सवर्णों को भी 10 फ़ीसदी आरक्षण दिया जाएगा। लेकिन अफ़सोस कि सरकार पूरी ताक़त लगाकर भी...
Read moreक्या आप किसी टूर्नामेंट के लीग मैच को ही फ़ाइनल मान सकते हैं? क्या क्रिकेट में पहला विकेट गँवाने वाली टीम को हारा हुआ मान लिया जाता है? यदि नहीं...
Read moreGST का संग्रह बता रहा है कि ‘Minimum Government, Maximum Governance’ और ‘सबका साथ, सबका विकास’ वाले नारों का कचूमर निकल चुका है। इसीलिए ये समझना ज़रूरी है कि GST...
Read moreक्या आप जानते हैं कि दुनिया के हर देश में तलाक़ का विधान है, लेकिन तलाक़ को लेकर सज़ा का क़ानून कहीं नहीं है! यही वो सबसे बड़ी वजह है...
Read moreहिन्दू-मुसलमान और गाय के अलावा फ़िलहाल, भारत की अन्य चुनावी महामारियाँ हैं – जातिवाद, तीन तलाक़, राम मन्दिर, आस्था और हिन्दू-विरोधी! भगवा चिकित्सालय का मानना है कि जातिवाद का इलाज़...
Read moreकभी सोचा है कि सलवारी बाबा रामदेव की ऐसी क्या सियासी हैसियत है कि वो तरह-तरह के राजनीतिक बयान दें और गोदी मीडिया उसे सुर्ख़ियाँ बनाती रहे! रामदेव की हैसियत...
Read moreअबकी बार, परसेप्शन की मार!
Read moreवो 27 नवम्बर 2018 का मनहूस दिन था, जब हिन्दू वोटरों को साम्प्रदायिक आधार पर लामबन्द करने के लिए अलवर पधारे अजय सिंह बिष्ट ने हनुमान जी की विशेषता से...
Read moreमई 2018 में अपनी चौथी सालगिरह से ऐन पहले, मोदी कैबिनेट ने देश में 20 नये एम्स यानी आखिल भारतीय चिकित्सा संस्थान बनाने का ऐलान किया। इससे पहले मोदी राज...
Read moreEVM की तारीफ़ इसलिए भी की जाती थी कि इससे मतदान के नतीज़े महज कुछ घंटों में ही मिल जाते थे। लेकिन ताज़ा विधानसभा चुनाव की तमाम सीटों पर नतीज़े...
Read moreअब ये साफ़ हो चुका है कि संघ की औलादों यानी हिन्दू युवा वाहिनी, बजरंगदल, वीएचपी, एबीवीपी और बीजेपी की असली मंशा बुलन्दशहर में मुज़फ़्फ़रनगर को दोहराने की थी! दरअसल,...
Read moreमोदी सरकार लगातार देश की आँख में धूल झोंककर नोटबन्दी को भले ही कामयाब बताती रहती हो, लेकिन ये पब्लिक है, ये सब जानती है!
Read moreभगवा ख़ानदान का इरादा है कि ‘जन-गण नामकरण आन्दोलन’ को राम मन्दिर आन्दोलन से भी बड़ा और विश्वव्यापी बनाया जाएगा! हिन्दुत्व के नायकों का मानना है कि ‘जन-गण नामकरण आन्दोलन’...
Read moreज़रा समझिए कि जिन 17.42 लाख मगरमच्छों और घड़ियालों को पकड़ने के लिए नोटबन्दी के ज़रिये, जिस नदी या सागर को ही सुखाने का फ़ैसला लिया गया, उसमें 130 करोड़...
Read moreदरअसल संघियों की बौखलाहट राम मन्दिर के लिए नहीं बल्कि हिन्दू वोट के लिए है। चुनाव सामने हैं। संघ को उस निकम्मी मोदी सरकार के लिए वोट जुटाना है, जो...
Read moreयदि आपको ख़ुशफ़हमी है कि ‘कड़े फ़ैसले’ लेने वाली मोदी सरकार चाहे तो संसद में क़ानून बनाकर अयोध्या विवाद को ख़त्म करवा सकती है, तो आप ग़लतफ़हमी में हैं! ये...
Read moreक़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पेशेवर वक़ील हैं। वो ख़ुद को अयोध्या विवाद का बहुत बड़ा विशेषज्ञ मानते हैं। क्योंकि उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में हिन्दू पक्ष की पैरवी की थी। इसीलिए...
Read moreक्या आप जानते हैं कि #CBI निदेशक के पास भी ये अधिकार नहीं है कि वो अपने मातहत DySP, ASP, SP, DIG, IG और Additional Director का तबादला कर सके?...
Read moreबीजेपी को पता है कि जैसे लक्ष्मी की कृपा बदौलत उसने चौथी बार मनोहर पर्रिकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाया था, वैसे ही लक्ष्मी की कृपा से पर्रिकर सरकार को...
Read moreदस महिला पत्रकारों ने उनके हवसी स्वभाव की परतें उधेड़ दी हैं। मुमकिन है कि फ़ेहरिस्त और लम्बी होती चली जाए। इसीलिए चाल-चरित्र-चेहरा तथा भारतीय संस्कारों के सबसे प्रखर संरक्षक...
Read moreगडकरी ने नाना पाटेकर के एक मराठी शो में ख़ुलासा किया कि “हमें उम्मीद नहीं थी कि हम सत्ता में आएँगे। इसलिए हमें सलाह दी गयी कि जनता से बड़े-बड़े...
Read moreजैसे शरीर के तपने का मतलब बुख़ार होता है, वैसे ही जब फेंकू ख़ानदान Fake News/Views/Video पर उतर आये तो समझ लीजिए कि अपने पतन की आहट सुनकर वो बदहवासी...
Read moreहमारे संविधान का नीति-निर्देशक सिद्धान्त कहता है कि कल्याणकारी सरकारों को सम्पन्न तबके से ज़्यादा टैक्स लेकर ग़रीबों की ज़रूरतों को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। ज़ाहिर है, केजरीवाल...
Read moreमोदी का हरेक सियासी सहयोगी जनता का नज़र में अविश्वसनीय साबित हो चुका है। अब सेना के आला अफ़सरों की भी कलई खुलती जा रही है। इसीलिए निर्मला हों या...
Read moreअब तक सवा सौ करोड़ भारतवासियों के सामने 9, 20, 26 और 40 फ़ीसदी कम पर राफ़ेल सौदा करने का दावा किया जा चुका है! इसमें ग़ौर करने वाली सबसे...
Read moreहिन्दूराष्ट्र में जो भी योगी के इन वर्दीधारी राष्ट्रभक्त सेनानियों को गच्चा देने की ज़ुर्रत करेगा, उसे विवेक तिवारी की तरह ही मार गिराया जाएगा! विवेक की विधवा कल्पना अब...
Read moreसुप्रीम कोर्ट का ताज़ा फ़ैसला अघोषित तौर पर ये भी कहना चाहता है कि यदि किसी की ये आस्था हो भी कि मस्जिद में नमाज़ पढ़ना इस्लामिक है तो भी...
Read moreभाईयों-बहनों, मैं हैरान हूँ जी... मैं थक गया हूँ ऐसी योजनाओं का उद्घाटन करते-करते जिन्हें काँग्रेस की सरकारों ने शुरू किया था। मैं थक गया हूँ क्योंकि काँग्रेसी तो शिलान्यास...
Read more2013 के उत्तरार्ध से लेकर नोटबन्दी वाली महा-मनहूस रात तक किसने सोचा था कि ख़ुद को फ़क़ीर बताने वाला चौकीदार नरेन्द्र मोदी का चेहरा इस क़दर बेनक़ाब हो जाएगा कि...
Read moreआख़िरी हथकंडे के रूप में संघ प्रमुख मोहन भागवत ये दिखाना चाहता है कि वो भविष्य के भारत की ख़ातिर ख़ुद को बदल चुका है। इसमें लेस-मात्र भी सच्चाई नहीं...
Read more‘बीजेपी 50 साल तक सत्ता में रहेगी!’ अमित शाह ने ये शिगूफ़ा छोड़ते ही नरेन्द्र मोदी के कान में फुसफुसाया कि ‘साहब, आपकी हिदायत के मुताबिक मैंने 50 साल का...
Read moreपूरी मानवता के लिए कितना ख़ुशगवार है कि आज न्यूटन, आर्किमीडीज़, कॉपरनिकस, फ्लेमिंग, ओह्म या आर्यभट्ट और मिहिरभट्ट जैसे वैज्ञानिक ज़िन्दा नहीं हैं, वर्ना सारे के सारे एक साथ चिता...
Read moreसंघ प्रमुख मोहन भागवत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अब 2019 के जनादेश की आहट साफ़ सुनायी दे रही है। सवा सौ करोड़ भारतवासियों की तरह इन्हें भी भगवा राज...
Read moreउत्तर भारत के सवर्णों को अपनी बुद्धि पर बहुत ग़ुमान है! ऐसा उनकी वास्तविक बुद्धिमत्ता की वजह से कम और सामाजिक तथा जातिगत श्रेष्ठता के दम्भ के नाम पर ज़्यादा...
Read moreसंघ का बुनियादी चिन्तन ही है कि देश के 80 फ़ीसदी हिन्दुओं में से यदि आधे भी उसके साथ आ जाएँ तो वो अनन्त काल तक देश की सत्ता को...
Read moreचेन्नई हाईकोर्ट के जजों का ये कहना किस तालिबानी फ़रमान से कम है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी NHAI देश के Toll Plaza पर जजों और VIPs के लिए एक...
Read moreदेवेन्द्र फड़नवीस की महाराष्ट्र पुलिस बता चुकी है कि शहरी नक्सलियों से नरेन्द्र मोदी की जान को ख़तरा है! लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त शिवाजीराव बोडखे...
Read moreलक्ष्मी का अगला रूप है रुपया। नरेन्द्र मोदी ने दो साल पहले 15.41 लाख करोड़ रुपये की लक्ष्मी को इसलिए मृत्युदंड दे दिया क्योंकि उन्हें यूपी का इम्तिहान पास करना...
Read moreकल्पना कीजिए कि राहुल गाँधी, संघ के आगे ये शर्त रख दें कि भागवत के सामने जाने से पहले वो सम्बित पात्रा, निर्मला सीतारमन और रविशंकर प्रसाद के साथ बौद्धिक...
Read moreइतना तो आप जानते ही हैं कि देश के कई संघ-बीजेपी शासित राज्यों पर बीफ़ खाने पर पाबन्दी है, तो कई संघ-बीजेपी शासित राज्यों में खुली छूट है कि गोवंश...
Read moreयदि गहराई से देखा जाए तो संघ भी नक्सली संगठन ही है! इसने भी संविधान को हमेशा ठेंगे पर ही रखा! दोनों में बुनियादी फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि मायोवादियों...
Read moreयदि नरेन्द्र मोदी ज़रा सा भी चरित्रवान होते तो नोटबन्दी पर आयी रिज़र्व बैंक की रिपोर्ट के बाद एक पल भी सत्ता में नहीं रहते! वैसे तो मोदी को नोटबन्दी...
Read moreसभी धर्मों की आध्यात्मिक कथाएँ हमें बताती हैं कि असुरों, राक्षसों और दानवों ने हमेशा देवताओं से शक्ति प्राप्त की और उस शक्ति से देवताओं को ही सताया। बिल्कुल यही...
Read moreमोदी ‘रोग मुक्त भारत’ पर ही नहीं थमे, क्योंकि उन पर तूफ़ानी रफ़्तार से बस ‘फेंकते रहो’ का भूत सवार है! तभी तो उन्होंने लाल क़िले से कहा था कि...
Read moreनरेन्द्र मोदी से मशविरे के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने तय कर दिया है कि 1 सितम्बर 2018 से रेलवे की वेबसाइट से टिकट लेने वालों को मुफ़्त बीमा...
Read moreआज देश की बड़ी चुनौतियों में से प्रमुख है कि ये कैसे तय हो कि ‘जनता को उल्लू बनाने वाले नेता’ या ‘उल्लू बनने वाले लोगों’ में से कौन बड़ा...
Read moreट्रम्प ने अमेरिका में वैसे ही रोज़गार के अवसर विकसित करवाये हैं, जैसे भारत में नरेन्द्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत’ अभियान चलाया है! अब विकास पुरुष मोदी को ये भला...
Read moreवो कहते थे कि विकास दर लुढ़क रही है। तेल की क़ीमतों में आग लगी हुई है। रुपया कमज़ोर होता जा रहा है। घोटालों की झड़ी लगी हुई है। अब...
Read moreपुलिसिया निकम्मेपन और अदालती सुस्ती को ख़त्म करने के इस अनोखे नुस्ख़े को मोदी-राज के शानदार और बेहद फलते-फूलते स्टार्ट-अप के रूप में क्यों नहीं देखना चाहिए! ये स्टार्ट-अप देश...
Read moreजीडीपी के नये और संशोधित आँकड़ों के प्रकाशित होने के बाद से ही नरेन्द्र मोदी सरकार और संघ-बीजेपी के तन-बदन में आग लगी हुई है! उनका हाल ‘काटो तो ख़ून...
Read moreसंघ-बीजेपी की ओर से इन दिनों अटल बिहारी वाजपेयी को ऐसा सम्मान दिया जा रहा है, जिससे लगे कि वो बहुत महान थे! इतने, जितने कि महात्मा गाँधी, जवाहर लाल...
Read moreआज़ादी से पहले जहाँ वो अँग्रेज़ों की मुख़बिरी करने और उनका वादा-माफ़ गवाह बनने की ख़ता कर चुके थे। वहीं आज़ादी के बाद उन्होंने अपने लड़कपन की उन ग़लतियों को...
Read moreकाँग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरने का रिकॉर्ड टूटने को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला किया है। रुपये के...
Read moreबेशक़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को विपक्षी एकजुटता ने बेचैन कर दिया है। इससे तिलमिलाए मोदी ने अपने चिर-परिचित अन्दाज़ में ताबड़तोड़ और लम्बी-चौड़ी फेंकने का...
Read moreभारत के संसदीय इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि प्रधानमंत्री के शब्दों को आपत्तिजनक, अमर्यादित और अवांछित मानते हुए उसे सदन कार्यवाही से हटा दिया गया है! गुरुवार, 9...
Read moreमहज 50 महीने में ही नरेन्द्र मोदी के सपनों का ‘नया भारत’ बनकर तैयार हो चुका है! बीजेपी के आलीशान मुख्यालय के डेढ़ साल में बनकर तैयार होने के बाद...
Read moreवक़्त आ गया है कि भारत के संविधान में ये व्यवस्था कर दी जाए कि यहाँ होने वाले किसी भी तरह के अनर्थ, अत्याचार, शोषण और अपराध वग़ैरह के लिए...
Read moreजिनका पूरा इतिहास और भूगोल ही विघटनकारी और विध्वंसक गतिविधियों से सराबोर रहा हो, वो अपने विरोधियों की हिम्मत को ललकारने के लिए कभी एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक रज़िस्टर) को सफलतापूर्वक...
Read more20 जुलाई से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी घनघोर भ्रम में है। अविश्वास प्रस्ताव से जुड़े विरोधियों के भाषण ने उन्हें लोकसभा में ही मानसिक और बौद्धिक रूप से असन्तुलित कर दिया।...
Read moreइन्द्रेश कुमार सरीखे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ विचारक/प्रचारक/नेता का नज़रिया कितना संकुचित और मूर्खतापूर्ण हो सकता है, इसे समझने के लिए उनका वो ताज़ा बयान ही पर्याप्त है, जहाँ...
Read moreसवा सौ करोड़ भारतवासी ये कान खोलकर सुन लें कि देश में किसी को भी सरेआम पीट-पीटकर मार डालने यानी ‘मॉब लिंचिंग’ की घटनाएँ तब तक नहीं थमने वालीं, जब...
Read moreगृह-मंत्रालय को भी हिन्दुत्व के नाम पर होने वाले सारे ताने-बाने का अच्छी तरह से पता है। इसीलिए देश को लिंचिंग, पुलिस, अदालत जैसे अहम मुद्दे से भटकाने के लिए...
Read moreसंसदीय लोकतंत्र में ऐसे अनोखे मौक़े भी आते हैं जब विश्वास या अविश्वास का मतलब एक ही होता है! सरकार को गिराने के लिए अविश्वास और बचाने के लिए विश्वास...
Read moreअब तो भीड़, पुलिस को भी पीट डालती है। क़ानून को हाथ में लेने वालों का पुलिस-अदालत कुछ नहीं बिगाड़ पाती। यही आलम दंगाइयों का भी होता है। उनके चेहरे...
Read moreपुरखों को कोसने की बीमारी उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में बाणसागर नहर परियोजना का लोकार्पण करते हुआ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी चिर-परिचित विज्ञापन-शैली में विपक्षी दलों पर निशाना साधा।...
Read moreयदि भारत की जीडीपी एक दशक में दोगुनी हो गयी और वो कौन-कौन से देश हैं, जिनकी जीडीपी इसी दौरान भारत की जीडीपी से पहले दोगुनी हुई है?
Read moreअजन्मे जियो इंस्टीच्यूट को भारत सरकार ने जिन पाँच अन्य उत्कृष्ट शिक्षण संस्थाओं (इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस) के बराबर ला खड़ा किया है, उन्हें यहाँ तक पहुँचने में कई दशक और...
Read moreशहरों का नाम तो सिर्फ़ छलावा है! हिम्मत है तो शहरों की सूरत बदलकर दिखाओ!
Read moreदिल्ली के झगड़े के तीनों पक्षकार नीयतख़ोर हैं। नौकरशाही हो या बीजेपी या केजरीवाल, कोई किसी से कम ख़ुराफ़ाती नहीं! हरेक की फ़ितरत का ख़ामियाजा दिल्लीवासी भुगत रहे हैं। ये...
Read moreरही बात हार-जीत की, तो हरेक पक्ष कान खोलकर सुन ले कि कोई जीता नहीं है। कोई हारा भी नहीं। अलबत्ता, फ़ज़ीहत सभी पक्षों की हुई है।
Read moreसोशल मीडिया के प्रकोप से रोकथाम के लिए हमें ‘जनरल हाईजीन’ के तौर-तरीकों को सीखना होगा। ये कमोबेश वैसे ही होगा, जैसे हम साबुन से हाथ धोकर साफ़-सफ़ाई रखते हैं...
Read moreएनडीए के बिखरने का मौसम दस्तक दे चुका है। चन्द्रबाबू नायडू (टीडीपी) ने बीजेपी का साथ छोड़ा। चन्द्रशेखर राव (टीआरएस) ने छोड़ा। शिव सेना (उद्धव ठाकरे) ने एकला चलो का...
Read moreनरेन्द्र ने नीरव के भारत से फ़ुर्र होने से पहले उसे वो अद्भुत और पौराणिक कवच-कुंडल से भी सुसज्जित किया, जिसे महाभारत काल में सूर्य ने अपने पुत्र कर्ण को...
Read moreइस फ़ैसले से संघियों ने एक ही तीर से कई निशाना साधा है। पहला, नौकरशाही को उसकी औक़ात दिखाना। दूसरा, पिछले दरवाज़े से आरक्षण को मिटाना। तीसरा, अपने अधकचरे और...
Read moreये सही है कि प्रणब बाबू के भाषण में काँग्रेस की विचारधारा की ही प्रधानता थी। लेकिन इससे काँग्रेस का कोई भला नहीं होगा। क्योंकि ये हमेशा से संघ का...
Read more2014 में जब अपरम्पार झूठ की सवारी करते हुए नरेन्द्र मोदी दिल्ली की गद्दी पर क़ाबिज़ होने में सफल हो गये, तब इस बहरूपिये के ज़हन में सबसे बड़ी ख़्वाहिश...
Read moreनीतीश का मंसूबा चाहे जो हो, लेकिन उन्हें भी मोदी-शाह से ये अपेक्षा रखने का कोई हक़ नहीं हो सकता कि एनडीए में जेडीयू को साथ रखने की ख़ातिर बीजेपी...
Read moreकैराना का जनादेश देख 31 मई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और हिन्दू-हृदय सम्राट योगी आदित्यनाथ सदमे और अवसाद में चले गये! क्योंकि योगी पर ‘रघुकुल रीति सदा चली आयी,...
Read more‘महँगाई दिवस’ समारोह का ऐसा भव्य आयोजन होना चाहिए कि भगवान विश्वकर्मा की नज़रें भी शर्म से झुक जाएँ। अमित शाह ने यक़ीन जताया है कि 2019 में दाख़िल होते-होते...
Read moreविपक्ष का नेता कौन होगा? ये बहुत आसान सवाल है। भगवा ख़ानदान इसे जानबूझकर और जनता को ग़ुमराह करने के लिए बढ़ाचढ़ाकर इसलिए पेश करता है, क्योंकि वो इससे ज़्यादा...
Read moreअपनी चारों सन्तानों से मुझे जितना सुख मिला, उससे कहीं अधिक सन्ताप मिला। शायद, ये सब मेरे कर्मों का ही फल है। मैंने भी इन चारों का ज़रूरत से ज़्यादा...
Read moreअब मोदी राज की चौथी सालगिरह के मौके पर सबसे अहम यक्ष-प्रश्न यही है कि क्या 2014 में मोदी को पूर्ण बहुमत देने से जनता के दिन फिरने जैसा कुछ...
Read more2018 में ही बीजेपी को मोदी-लहर की सबसे बड़ी अग्नि-परीक्षा अभी बाक़ी है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इसी साल मोदी-लहर को सबसे बड़ी चुनौती उस राजस्थान, मध्य प्रदेश...
Read moreमोदी के ऐतिहासिक ज्ञान का आधार भी वही अधकचरी और दुर्भावनापूर्ण जानकारी है, जो संघी ट्रोल्स की ओर से व्हाट्सअप के ज़रिये फैलायी जाती है। इन्हीं भ्रष्ट जानकारियों की बदौलत...
Read moreअभी तो संघ प्रमुख मोहन भागवत की ओर से तो ये यक्ष-प्रश्न उछाला ही नहीं गया है कि काँग्रेस के ज़माने में कितने बलात्कार और हत्याएँ होती थीं! राहुल गाँधी...
Read moreसच-झूठ को तय करने के लिए ही जाँच की जाती है। संविधान के मुताबिक़, उपराष्ट्रपति चाहकर भी जाँच समिति की जगह नहीं ले सकता। वेंकैया का ऐसा निर्णय इसीलिए असंवैधानिक...
Read moreआख़िरकार, यशवन्त सिन्हा ने बीजेपी को अलविदा कह दिया! घटा तो महीनों से छायी हुई थी! नोटबन्दी के बाद से मेघ, जब-तब गरज तो रहे थे, लेकिन बरसे आज! आज...
Read moreअब फैलाया जाएगा कि ये बेईमान सांसद, अच्छे दिन वाली बीजेपी और रामराज्य रूपी सुशासन के विशेषज्ञ योगी आदित्यनाथ पर तथ्यहीन लाँछन लगाकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं!
Read moreक्या आपने कभी सोचा है कि मोदी की तारीफ़ और विरोधियों के चरित्रहनन के मक़सद से लिखे गये ऐसे भ्रामक सन्देशों को कौन लिखवा और फैला रहा है? ये करतूत...
Read moreसदी इस सबसे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ की जानकारी संघ-बीजेपी के पास भी पहुँच चुकी है। वहाँ खलबली मच गयी है। अपने गिनती के बचे दिनों को देखकर बीजेपी के सभी...
Read moreअब भारत, हिन्दू राष्ट्र बनने से महज चन्द क़दम ही दूर है! रामराज्य का आगमन हो चुका है! भारत, सोने की चिड़िया बन चुका है! सभी राष्ट्रभक्त संघियों से कहा...
Read moreभारत में सरकारें सबसे बड़ी मुक़दमेंबाज़ होती हैं और सबसे ज़्यादा मुक़दमें हारती भी हैं। क्योंकि ज़्यादातर मुक़दमेंबाज़ी आला सरकारी अफ़सरों की हेकड़ी और मनमानेपन की वजह से दर्ज होते...
Read moreयदि आपको पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतों में लगी आग बेहद अख़रती है तो ये ख़बर आपके लिए ही है! आपको अच्छी तरह से मालूम है कि पेट्रोल-डीज़ल के दाम को लेकर...
Read moreविजय की 200 वीं बरसी पर दलित समाज के क़रीब 3 लाख जय-स्तम्भ पर जुटने वाले थे। लेकिन 29 दिसम्बर से समारोह स्थल और उसके आसपास के गाँवों में संघियों...
Read moreसंघियों का ये बुनियादी संस्कार है कि ‘जितना हो सके उतना झूठ बोलते रहो’ तथा ‘झूठ ही बोओ, झूठ ही काटो और झूठ ही फ़ैलाते रहो!’ संघियों की ये सबसे...
Read moreव्यापक साज़िश के तहत हिन्दुओं को या तो पतित बनाया गया या फिर पतित बनने और बने रहने के लिए प्रेरित किया गया। उनमें सही को सही और ग़लत को...
Read moreमोदी के ऐसे ग़ैर-ज़िम्मेदाराना, ओछे और झूठे तथ्यों पर आधारित भाषण ने संसद में ऐसा कोहराम मचाया कि राज्यसभा में अरूण जेटली को बेहद गर्व के साथ सवा सौ करोड़...
Read moreहेगड़े, उस धूर्त भगवा रणनीति को हवा देना चाहते हैं, जिसके तहत कर्नाटक के मन्दबुद्धि और अशिक्षित हिन्दुओं में ये ज़हर भरा जा सके कि ‘तख़्त बदल देंगे, ताज बदल...
Read moreआज चारों ओर दिख रही व्यापक वैचारिक अराजकता से लड़ने के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आना होगा।
Read moreयदि मोदी-योगी सरीख़े धूर्तों की आँखों में ज़रा भी शर्म होती तो उद्घाटन समारोह में संघियों के साथ अरविन्द केजरीवाल, शीला दीक्षित और अखिलेश यादव जैसे नेताओं को भी होना...
Read moreसाफ़ है कि 2012 में हमारे सुप्रीम कोर्ट पर भी वो आम धारणा हावी थी, जिसमें ये माना जाता है कि हमारे सारे के सारे नेता चोर हैं, सारी की...
Read moreदेश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये है कि मनगढ़न्त आरोपों, अफ़वाहों और झूठों की बदौलत कुछ लोगों ने ऐसी साज़िश रची जिससे सवा सौ करोड़ लोगों की आँखों में धूल...
Read more1925 से ही झूठ और अफ़वाह फ़ैलाना संघियों का स्थायी स्वभाव रहा है। आज़ादी से पहले जहाँ काँग्रेस की अगुवाई में चल रहे स्वतंत्रता आन्दोलन में पलीता लगाना संघ का...
Read moreसंघियों को जब-जब लगता है कि उनकी प्रतिष्ठा गिर रही है, तब-तब उनके ट्रोल्स सोशल मीडिया और ख़ासकर WhatsApp पर झूठ की सप्लाई बढ़ा देते हैं। फिर संघी ट्रोल्स इसी...
Read more1947 के बाद भारत की नीति हमेशा ये रही कि हमें किसी भी सूरत में पाकिस्तान नहीं बनना है! कुछेक अपवाद को छोड़ इस मक़सद में हम कामयाब भी रहे!...
Read moreसांसद की ओर से पूछे गये आख़िरी सवाल का जबाव तो हास्यापद है! सवाल था कि “क्या सरकार एक हज़ार का नया नोट भी लाने पर विचार कर रही है?”
Read moreजिन लोगों ने भारत को आज़ाद करवाने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आज़ादी के महज 70 साल बाद ही उनके...
Read moreआख़िरकार, नरेन्द्र मोदी ने काँग्रेस की तुलना औरंगज़ेब से कर ही दी। 4 दिसम्बर को मोदी ने गुजरात के धरमपुर की चुनावी रैली में कहा, ‘जहाँगीर की जगह जब शाहजहाँ...
Read moreअसली हिन्दू और नकली हिन्दू, हिन्दू या ग़ैर-हिन्दू जैसी फ़िज़ूल की बातों में लोगों को उलझाया जाता है। झूठ फैलाया जाता है कि सरदार पटेल और सुभाष चन्द्र बोस से...
Read moreहिन्दुस्तान टाइम्स के एक समारोह में प्रधान सेवक नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि उन्हें मालूम है कि उनके ‘अदूरदर्शी’ आर्थिक फ़ैसलों का सियासी ख़ामियाज़ा उन्हें चुकाना पड़ सकता है। लेकिन...
Read moreकाँग्रेस की हर बात का विरोध करने की आदत से लाचार संघ ने संविधान सभा में तिरंगे का भी विरोध किया था। वो संघ के भगवा ध्वज को ही राष्ट्रीय...
Read moreबाजीराव मस्तानी, जोधा अकबर और पद्मावती जैसे ऐतिहासिक पात्रों में मामला हिन्दू और मुसलमान के बीच हुए इश्क़ की नाटकीयता का है। छद्म हिन्दूवादियों को यही बात हज़म नहीं होती!
Read moreउस दौर में इंडिया में अपनी कमज़ोर होती सत्ता को बचाने के लिए अँग्रेज़ों ने ‘फूट डालो और राज करो’ यानी Divide & Rule की नीति बनायी थी। इसके लिए...
Read more1964 तक तक अखिल भारतीय काँग्रेस कमेटी की ओर से अनिता बोस को सालाना 6,000 रुपये की मदद भेजी जाती रही। इस आर्थिक सहयोग को 1965 में अनिता की शादी...
Read moreसरदार पटेल की दूसरी औलाद डाह्या भाई पटेल, बम्बई में एक निजी बीमा कम्पनी में नौकरी करते थे। वो मणिबेन से तीन साल छोटे थे। जब सरदार पटेल उपप्रधानमंत्री बने...
Read moreजवाहर लाल नेहरू के बारे में आये-दिन दुष्प्रचार करने वाली बीजेपी के मौजूदा नेतृत्व में स्थापित मूर्खों को पता ही नहीं है कि उनके ही युगपुरुष और आदर्श, अटल बिहारी...
Read moreबीजेपी को कुतर्क और झूठ से अगाध प्रेम क्यों है! जबकि हमेशा झूठ ही इसके पतन का कारण बनता है! बीजेपी की शारीरिक संरचना (Anatomy) कुत्ते की पूँछ की तरह क्यों है...
Read moreयदि इस लेख में पेश सवालों का जबाव देश के सामने नहीं आएगा तो भी क्या देश को ये मानकर चलना चाहिए कि रविशंकर प्रसाद और स्मृति इरानी जैसे नेता...
Read moreमनमोहन सरकार के 10 वर्षों में मन्दी के कई दौर के बावजूद औसत विकास दर 7.8% रही। 2014 में सत्ता पाते ही मोदी ने 8 से 10% की विकास दर...
Read moreईसा मसीह के बारे में ऐसी ही न जाने कितनी काल्पनिक बातें उस पुस्तक में लिखी गयी हैं। जिसका मक़सद मन्दबुदि हिन्दुओं में इन धारणाओं को गहरे बिठाने का है...
Read moreराष्ट्रपति कोविन्द ने टीपू सुल्तान के मामले में पार्टी लाइन से अलग हटकर अपना नज़रिया देश के सामने रखा है। इससे ज़ाहिर है कि बीजेपी समाज को बाँटने तथा हिन्दू-मुसलमान...
Read more40 महीने के शासनकाल में मोदी सरकार ने बारम्बार यही साबित किया है कि इसे राज करने नहीं आता। इसे नीतियाँ बनाने का शऊर नहीं है। नीतियों को लागू करने...
Read moreबीजेपी अध्यक्ष के साहबज़ादे जय अमितभाई शाह की हैसियत अब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हस्ती को टक्कर देने लायक बन चुकी है! तभी तो जिस तरह से प्रधानमंत्री...
Read moreये जो दिन-रात जयकारे लगा रहे हैं, वो चापलूसी के चक्कर में जड़ें खोद रहे हैं। उन्हें देश की तस्वीर समझने की भूल मत कीजिए। वो सिर्फ़ नुकसान बढ़ाने के...
Read more‘मुसलमान भी हैं गौभक्त! बहुत सारे मुस्लिमों ने गौरक्षा के लिए अपनी जान दी है। गौरक्षा के मुद्दे को धर्म से परे हटकर देखना चाहिए। गौरक्षा के नाम पर हिंसा...
Read moreये मूर्खता नहीं तो और क्या थी कि आपके ही सहयोगी दल शिवसेना के सांसद अरविन्द सावंत आपको बाक़ायदा लिखित तौर पर उस पुल के बेहद जर्जर होने को लेकर...
Read moreआर्थिक आँकड़े आते रहे और अर्थव्यवस्था की मिट्टीपलीद की दास्ताँ सुनाते रहे। जब-जब ऐसा हुआ तब-तब मोदी सरकार ने खीज़ मिटाने के लिए अपनी हर नाकामी का ठीकरा काँग्रेस पर...
Read moreयदि 1975 में ही परम प्रतापी नरेन्द्र दामोदरदास मोदी की नैसर्गिक प्रतिभा वाला व्यक्ति भारत माता की भौगोलिक सत्ता के शीर्ष पर होता तो हमें न तो आपातकाल के दिन...
Read moreमई 2014 के बाद से क्रूड का दाम क़रीब 60 फ़ीसदी गिर चुका है। लेकिन बार-बार उत्पाद कर (एक्साइज़) और वैट (मूल्य संवर्धित कर) को बढ़ाकर सरकारों ने न सिर्फ़...
Read moreबुलेट ट्रेन के लिए जापान से मिला तकनीकी सहयोग शानदार है। लेकिन मोदी सरकार ये महाझूठ भी फैला रही है कि भारत को जापान से बुलेट ट्रेन की तकनीक़ भी...
Read moreभक्ति भाव में डूबे भारतीय मीडिया को देख बहुत लोगों में ये धारणा घर कर गयी है कि मौजूदा दौर में स्तरीय पत्रकारिता बेमानी हो चुकी है। लेकिन ऐसा पूरी...
Read moreतीन तवाक़ पर दिये गये सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले की सबसे अहम बात ये रही कि वो पर्सनल लॉ के सिद्धान्त को नहीं बदल सकता क्योंकि इसका ताल्लुक अलग-अलग धार्मिक...
Read moreयही वो सबसे शानदार मौका है, जब मोदी-योगी सरकार को लगे हाथ ये अध्यादेश जारी कर देना चाहिए कि चाहे कुछ भी हो जाए, किसी भी विरोधी नेता को भगवा...
Read moreचुनावी जोड़-तोड़ और तिकड़मबाज़ी, लोकतंत्र का अभिन्न हिस्सा हैं। लोकतंत्र में मुख्य भूमिकाएँ निभाने वाले राजनेताओं से भी ये अपेक्षित है कि उनका व्यवहार हमेशा लोकलाज़ के दायर में रहे।...
Read moreनीतीश की नयी सरकार बमुश्किल साल भर भी नहीं चल पाएगी कि जनता दल में बाग़ी तत्वों को हवा दी जाएगी।
Read moreयदि 50 करोड़ में एक MP और 10 करोड़ में एक MLA बिकाऊ बना दिया जाए तो सिर्फ़ 34,000 करोड़ में भारतीय लोकतंत्र की बोली लग जाएगी…! कैसे? तो ज़रा...
Read moreCAG की रिपोर्टें ये बता रही हैं कि मोदी सरकार ने Good Governance और भ्रष्टाचाररहित शासन देने का जो दावा किया है वो कितना खोखला है! मज़े की बात ये है कि यूपीए सरकार...
Read moreवंशानुगत उत्तराधिकार के सिवाय भारत के राष्ट्रपति और ब्रिटेन की महारानी की हैसियत और दायित्व तक़रीबन एक जैसे हैं। महारानी का निर्वाचन नहीं होता, जबकि भारत के राष्ट्रपति, दुनिया की...
Read moreसमाज का सामान्य नियम है कि अफ़सरों की मिलीभगत के बग़ैर कोई चोरी नहीं हो सकती। इसके अलावा, यदि कोई व्यापारी हर तरह से नियम-क़ायदों के मुताबिक़ भी काम करे...
Read moreबीजेपी ने अलग गोरखालैंड की माँग का सैद्धान्तिक समर्थन करके 2009 में अपने वरिष्ठ नेता जसवन्त सिंह को और 2014 में एसएस अहलूवालिया को दार्जिलिंग लोकसभा सीट से जिताने में...
Read moreमोदी सरकार के राजनीतिक विरोधियों को छोड़कर कौन नहीं जानता कि देश बेइंतहाँ तेज़ी से न सिर्फ़ बदल रहा है, बल्कि आगे भी बढ़ रहा है! सरकार अपने विज्ञापनों के...
Read moreयदि आपसे पूछा जाए कि नरेन्द्र मोदी सरकार की सबसे अद्भुत और निराली विशेषता क्या है? तो आपका पहला जवाब होना चाहिए, ‘ये बड़बोलों की सरकार है, लम्बी-चौड़ी हाँकने वालों...
Read moreदुनिया की किसी भी सेना के सन्दर्भ में ये न कभी सही नहीं रहा है, न हो सकता है और न ही होना चाहिए। इसीलिए यदि एक बार को ये...
Read moreगाय पालना या तो बेहद घाटे का सौदा होगा या जान आफ़त में डालने का पेशा! लिहाज़ा, शरीफ़ आदमी गाय पालने से तौबा करेगा। इस तरह वो दिन दूर नहीं...
Read moreझूठ को फैलाने के लिए सरकार की किसी ‘उच्च स्तरीय आन्तरिक आंकलन रिपोर्ट’ का हवाला दिया गया है। मीडिया घराने ‘इंडिया टुडे’ के सहयोगी अख़बार ‘मेल टुडे’ ने ऐसी भ्रामक...
Read moreबीजेपी की जूठन खाने से पहले कई उम्दा फ़िल्मों में उम्दा अभिनय करके परेश रावल अपनी एक मज़बूत पहचान बना चुके थे। यही कहानी न सिर्फ़ बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा...
Read moreवो बात अलग है कि सियासी नौटंकियों के लिहाज़ से गुजरात और भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को शायद ही कोई मात दे...
Read moreविरोधियों को ‘शिखंडी’ या ‘गब्बर’ या ‘विश्वासघाती’ होने की जितनी भी जुमलेबाज़ी हुई है, वो उससे केजरीवाल की छटपटाहट के सिवाय और क्या सामने आया है...!
Read moreजब तक संघ का योगी आदित्यनाथ से मोह भंग होगा, तब तक वो अपने हिन्दू युवा वाहिनी को इतना बड़ा बना चुकेंगे, जितना महाराष्ट्र में शिवसेना और उसके शिवसैनिक हैं!...
Read moreबात सिर्फ़ इतनी सी है कि ग़लतियाँ तो भगवानों से भी हुई हैं तो फिर इंसान-निर्मित EVM (Electronic Voting Machine) को कैसे ईश्वरीय सत्ता की तरह अकाट्य मान लें! आख़िर,...
Read moreबीजेपी, अपने भगवा ख़ानदान के ऐसे भक्तों की सेना तैयार कर रही है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एकलौते राजनीतिक विकल्प के रूप में स्थापित कर सके! इरादा है कि...
Read moreजेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 27 वें सत्र में भारत के महान्यायवादी यानी अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने ऐसी लम्बी-चौड़ी फेंकी कि उनके सियासी आका नरेन्द्र मोदी,...
Read moreख़बर है कि Nation wants to know अपने नये कलेवर में अबकी बार मुझसे ये पूछने आने वाला है कि बताइए Mr Senior Journalist साहब आप एक अरसे से स्वछन्द...
Read moreबिगड़े बोल के लिहाज़ से बीजेपी के नेताओं के ऊटपटांग और बदहवाश बयान इसलिए भी अपनी ओर ध्यान खींचते हैं, क्योंकि ये वो पार्टी है जो भारतीय संस्कृति, हिन्दुत्व और...
Read moreनवीन पटनायक भी मार्च 2000 से लगातार मुख्यमंत्री हैं, लेकिन कोणार्क तक रेल पहुँचाने का ख़्याल उन्हें अब आया है! इसे 'देर आये दुरुस्त आये' कहने में क्या हर्ज़ हो...
Read moreसारे प्रसंग का सबसे ख़तरनाक पक्ष ये रहा कि वसुन्धरा नहीं चाहती थीं कि गौरक्षकों को ये सन्देश जाए कि राजस्थान सरकार उनकी हरक़तों से दुःखी है। मोदी ही कब...
Read moreज़रूरी नहीं कि 'नीति' में 'योजना' हो ही, जबकि 'योजना' में 'नीति' हमेशा समाहित रहेगी! वैसे, 'नीति' का मतलब भी कोई कम भ्रष्ट नहीं! क्योंकि NITI का मतलब है National...
Read moreनेक-नीयत होने के बावजूद जिस तरह ‘पाग़ल बादशाह’ सनक से काम लिया करता था, उसी तरह मोदी सरकार में कई मंत्रियों की नीतियाँ और बयान हास्यास्पद बन गयी हैं। उमा...
Read moreकश्मीर से बाहर शिक्षा या रोटी-रोज़गार के लिए रहने वाले कश्मीरी मुसलमानों को धक्के मारकर अपने-अपने शहरों से वापस कश्मीर भेज दीजिए! गृहमंत्री राजनाथ सिंह के इस मशविरे को कूड़ेदान...
Read moreधर्म-संकट ये कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि भगवा-सूरमाओं के ख़िलाफ़ साज़िश रचने का मुक़दमा चलाया जाएगा। लेकिन 6 दिसम्बर 1992 से अभी तक, क्या 25 साल में...
Read moreमेलबर्न से ख़बर आयी कि ऑस्ट्रेलिया ने अपने 457-वीजा प्रोग्राम को रद्द कर दिया है। इसी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया में क़रीब एक लाख विदेशी कामगार हैं। इसके क़रीब 80 फ़ीसदी...
Read moreजनता देखे कि कौन उसे कितना कम उल्लू बनाकर सत्ता में आना चाहता है? कौन सबको साथ लेकर चलना जानता है? कौन लोकतांत्रिक मूल्यों का ज़्यादा से ज़्यादा सम्मान करता...
Read moreयदि आपको सालाना दो करोड़ रोज़गार के अवसर पैदा करने वाला 'प्रधान सेवक नरेन्द्र मोदी' का कोई चुनावी वादा याद है तो कृपया उसे जुमला या मज़ाक या सियासी हवाबाज़ी...
Read moreकश्मीर घाटी के तमाम नेताओं की तरह फ़ारूक़ अब्दुल्ला की सियासी विचारधारा भी हमेशा बेपेंदी के लोटा वाली रही है। अपने प्रतिद्वन्दी महबूबा मुफ़्ती की तरह वो भी जब सत्ता...
Read moreमहबूबा मुफ़्ती और भी बीजेपी को इस बात के लिए पटाना चाहिए कि वो गठबन्धन से हटकर अपनी पार्टी की बीजेपी में ही विलय कर लें। बदले में पार्टी उन्हें...
Read moreअब मोदी राज में बेलग़ाम हो रही हिन्दुत्ववादी प्रवृत्तियाँ जिस तरह से गौरक्षा को लेकर लेकर मतान्ध होती जा रही हैं। जिस तरह से भगवा ख़ानदान गाय को साम्प्रदायिक बना...
Read moreमुहावरा है 'सिर मुंडाते ही ओले पड़े!' उत्तर प्रदेश के संन्यासी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो हमेशा सिर मुंडाकर ही रहते हैं। यही उनकी वेशभूषा है। योगी ने गद्दी सम्भालते ही...
Read moreलगता है कि देश में अब ‘हिंसात्मक और उन्मादी गौ-रक्षा’ और इसे लेकर होने वाली मारपीट और हत्याओं का सिलसिला थम जाएगा! क्योंकि अब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कह...
Read moreचार युद्धों में शिकस्त खाने और यहाँ तक कि अपने देश का विभाजन झेलने के बावजूद पाकिस्तान, हमें कश्मीर में लाइलाज़ आतंकवाद और अलगाववाद देने सफल रहा है। कश्मीर मसला,...
Read moreदिल्लीवालों की ख़ून-पसीने की कमाई को क्या अरविन्द केजरीवाल ने अपनी जेब में डाल लिया? है कोई सबूत? फिर हाय-तौबा क्यों? अब वो मुख्यमंत्री ही क्या जो अपने 80 चेलों...
Read moreसुप्रीम कोर्ट के उस ताज़ा आदेश से देश भर की राज्य सरकारें और स्थानीय निकाय यानी नगर निगम वग़ैरह पशोपेश में हैं कि हाईवे से 500 मीटर की दूरी तक...
Read moreकोई माई का लाल ये समझा दे कि आख़िर 'हिन्दू राष्ट्र' है किस बला का नाम…! वैसे एक शख़्स का कहना है कि जिस 'हिन्दू राष्ट्र' की बात भारत में...
Read moreकश्मीर घाटी के तमाम नेताओं की तरह फ़ारूक़ अब्दुल्ला की सियासी विचारधारा भी हमेशा बेपेंदी के लोटा वाली रही है। अपने प्रतिद्वन्दी महबूबा मुफ़्ती की तरह वो भी जब सत्ता...
Read moreजब अरविन्द अपनी पार्टी के मुखिया के रूप में विरोधी नेता पर लाँछन लगाते हुए सियासी और अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, तो उस वक़्त वो बतौर मुख्यमंत्री अपनी...
Read moreमैं तब कक्षा-9 में था। एक दिन ख़ाली पीरियड में प्रधानाचार्य विष्णु दत्त लखेड़ा जी क्लास में आ गये। उस दिन उन्होंने ‘चरित्र’ की महिमा का ऐसा सबक सिखाया जो 38 साल बाद भी अक्षरशः...
Read moreकेन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को फिर दोहराया कि JNU या जाधवपुर यूनिवर्सिटी को अवॉर्ड के लिए इसलिए नहीं चुना गया कि वहाँ अफ़ज़ल गुरु के समर्थन...
Read moreवक़्त की माँग है कि हमारी अदालत एक बार फिर ये तय कर दें कि 'भारतीयों की धार्मिक आस्थाओं से ज़्यादा नाज़ुक या क्षणभंगुर बात विश्व में और कुछ नहीं...
Read moreग़लत तो हमेशा ग़लत ही कहलाएगा! सिर्फ़ तीन साल पहले 2014 की बात है। मौक़ा था लोकसभा चुनाव का। विपक्ष ने चुनाव आयोग से शिकायत की कि मध्य प्रदेश में...
Read moreफ़र्ज़ी ड्राइविंग लाइसेंस और ग़लत डिज़ाइन वाली सड़कों की महामारी के बारे में इस देश की आम जनता को सब कुछ पता है। क्योंकि जनता का हर वक़्त इन्हीं मुसीबतों...
Read more13 फरवरी 2017 को जितने धूम-धड़ाके के साख कोरोनरी स्टेंट्स की दामों में 85 फ़ीसदी की कटौती की गयी थी। अब उतने ही गुपचुप तरीक़े से ड्रग प्राइस कंट्रोल रेगुलेटर...
Read moreसंघ प्रमुख मोहन भागवत ने 29 मार्च को नागपुर में दो-टूक कह दिया है कि वो राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते। शिवसेना ने भागवत को राष्ट्रपति बनाने की माँग की थी...
Read moreमुख्यमंत्री बनते ही योगी ने बूचड़ख़ानों पर हल्ला बोल दिया। क्यों न बोलते! चुनावी वादा जो निभाना है। कोई भूला नहीं कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को लाने के लिए...
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