शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जिससे निवेशकों के बीच अब सही मूल्यांकन वाले शेयरों की खोज तेज़ हो गई है। ऐसे माहौल में पैरामाउंट कम्युनिकेशंस लिमिटेड का स्टॉक शुक्रवार को बाजार में छाया रहा और निवेशकों की नजरों का केंद्र बन गया।
बीएसई पर शुक्रवार को पैरामाउंट कम्युनिकेशंस के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई। स्टॉक में 9 प्रतिशत से अधिक की उछाल आई और इसका मूल्य 98.50 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया, जबकि पिछला बंद 90.10 रुपये पर था। इस शेयर ने 52 सप्ताह में 116.70 रुपये की ऊंचाई और 51.20 रुपये की न्यूनतम सीमा को छुआ है। हालिया तेजी के बाद इसके डेली चार्ट पर अपर रेंज टूटी है, जिससे एक मजबूत ब्रेकआउट की स्थिति बन गई है।
कंपनी ने हाल ही में 5 करोड़ अतिरिक्त इक्विटी शेयर जारी करने का प्रस्ताव रखा है, जिससे उसकी अधिकृत शेयर पूंजी 80 करोड़ रुपये से बढ़कर 90 करोड़ रुपये हो जाएगी। हालांकि, रिडीमेबल प्रेफरेंस शेयरों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। कंपनी 19 सितंबर 2024 को आयोजित होने वाली अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) में शेयरधारकों की मंजूरी प्राप्त करने की योजना बना रही है, ताकि 400 करोड़ रुपये तक की पूंजी जुटाई जा सके। यह पूंजी इक्विटी शेयरों, कन्वर्टिबल और नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स के माध्यम से जुटाई जाएगी, जो नियामकीय अनुमोदन पर निर्भर होगा।
एक अहम घटनाक्रम में, कंपनी ने भारतीय स्टेट बैंक से लिए गए सभी बकाया ऋणों का पूरा भुगतान कर दिया है। ये ऋण बाद में इनवेंट एसेट्स सिक्योरिटाइजेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिए गए थे। अब कंपनी पर इस संस्था की ओर से कोई वित्तीय दायित्व शेष नहीं है, क्योंकि सारे बकाया चुकता किए जा चुके हैं।
पैरामाउंट कम्युनिकेशंस लिमिटेड विभिन्न प्रकार के तार और केबल्स का निर्माण करती है, जिनमें पावर केबल, टेलीकॉम केबल, रेलवे केबल और विशेष उपयोग के केबल शामिल हैं। इसके ग्राहकों की सूची में लार्सन एंड टुब्रो, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल), बीएसईएस, बीएचईएल, पावर ग्रिड, बीएसएनएल, टाटा स्टील, इसरो, इंडियन रेलवे, इंडियन ऑयल और एनटीपीसी जैसे नामी संगठन शामिल हैं।
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा है। वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (Q1FY25) में कंपनी की नेट बिक्री पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 52.5 प्रतिशत बढ़कर 321.06 करोड़ रुपये हो गई। ऑपरेटिंग मुनाफा 61.6 प्रतिशत बढ़कर 29.91 करोड़ रुपये और कर पश्चात लाभ (PAT) 74.1 प्रतिशत बढ़कर 25.30 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
पूरे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की नेट बिक्री 32.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,078.56 करोड़ रुपये रही। टैक्स से पहले लाभ (PBT) 51.5 प्रतिशत बढ़कर 97.26 करोड़ रुपये और PAT 79.3 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85.63 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
कंपनी की ऑर्डर बुक 555.80 करोड़ रुपये की है, और विशेष रूप से पावर और रेलवे केबल्स की मांग मजबूत बनी हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में निर्यात बिक्री स्थिर रही है। उत्पादन बढ़ने से लागत पर नियंत्रण और लाभप्रदता में सुधार हो रहा है।
पैरामाउंट की वित्तीय स्थिति भी मज़बूत है। कंपनी का डेट-टू-इक्विटी अनुपात 0.16 और चालू अनुपात 3.40 है, जो संतुलित वित्तीय प्रबंधन को दर्शाता है। इसके साथ ही, कंपनी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्णतः कर्ज़ मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ रही है, और इसने पहले ही 86.25 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है।