बीजेपी के महासचिव राम माधव ने असहिष्णुता के बारे में अभिनेता आमिर खान के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें देश की प्रतिष्ठा के बारे में केवल ऑटोरिक्शा चालकों को ही नहीं बल्कि अपनी पत्नी को भी ज्ञान देना चाहिए.
माधव ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ‘पुरस्कार वापसी’ की जरूरत नहीं हो और देश की सीमाओं की रक्षा और उसके आत्मसम्मान पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
देश में असहिष्णुता पर अपने बयानों को लेकर मुखालपत झेल रहें आमिर पर निशाना साधते हुए बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘आप ऑटो वालों को तो बताते हैं कि देश की प्रतिष्ठा को कैसे बचाया जाए लेकिन यही बात अपनी पत्नी को नहीं बताते. ऐसे काम नहीं चलेगा.’’
दिल्ली विश्वविद्यालय के एसजीबीटी खालसा कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए माधव ने कहा, ‘‘किसी को पुरस्कार लौटाने की जरूरत नहीं है. सभी का ध्यान रखा जाएगा लेकिन देश का सम्मान होना चाहिए. लोगों को देश की प्रतिष्ठा का भी ध्यान रखना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम देश की सुरक्षा के लिए समर्पित हैं. हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं. लेकिन देश की सीमाओं की सुरक्षा और उसके आत्मसम्मान पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि आने वाले सालों में पुरस्कार नहीं लौटाने पड़ें.’’ राम माधव ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से देश की छवि दुनियाभर में सुधरी है.
राम माधव ने ये भी कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार देश में गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही है. हम इस समस्या को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’’
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