भारत में ऐसी कई जगह हैं, जो खूबसूरती में किसी विदेश की जगह से कम नहीं है। ऐसी ही एक जगह है कौसानी, जिसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में 6075 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर बसा है खूबसूरत हिल स्टेशन कौसानी।

दिलकश नज़ारों के चलते ही इस जगह को भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है। कहीं-कहीं इसे कुमाऊं का स्वर्ग भी कहते हैं। कौसानी पहुंचकर आपको हिमालय की चोटियों का 350 किलोमीटर फैला नजारा एक ही जगह से देखने का मौका मिलता है।

पहाड़ों से नीचे झांके तो कटौरी घाटी और गोमती नदी मन मोह लेती है। कौसानी पिंगनाथ चोटी पर बसा है। यहीं से नंदा देवी पर्वत की चोटी को करीब से देखा जा सकता है। इन खूबसूरत नजारों से रूबरू होने के लिए ही देश-दुनिया से टूरिस्ट कौसानी खिंचे चले आते हैं। रुद्रधारी फॉल्स, लक्ष्मी आश्रम, गांधी आश्रम और टी एस्टेट यहां के फेवरिट टूरिस्ट पॉइंट्स हैं।

कौसानी में लोग खुद को कुदरत के एकदम करीब महसूस करते हैं। चाय के बागान करीब 210 हेक्टेयर एरिया में फैले हैं। चाय पीने के शौकीनों के लिए तो कमाल की जगह है। यहां किस्म-किस्म की चाय पत्तियां उगाई जाती हैं।

यहां की बेस्ट चाय पत्ती ‘गिरियास टी’ की खेती भी यहां होती है। इसके अलावा ऑर्गेनिक टी भी मिलती है। कुछ एक चाय पत्तियां तो अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और कोरिया तक एक्सपोर्ट की जाती हैं।

चाय के साथ ’आलू गुटका’ खूब खाया जाता है। उबले आलू को नमक-मिर्च का तड़का लगा कर बनाते हैं। चाय के साथ यही स्नैक सबसे ज्यादा खाया जाता है। कौसानी और आसपास के पहाड़ी शहरों की बाल मिठाई भी मशहूर है। दूध को घंटों काढ़-काढ़ कर बनाते हैं। चॉकलेट फ्लेवर के ऊपर सफेद मीठी चीनी के दाने लगे होते हैं।

पौराणिक कथाओं के मुताबिक यह आदि कैलाश है। यहीं भगवान शिव और विष्णु का वास था। यहां आने-जाने का रास्ता कठिन नहीं है। कौसानी के पास 12 किलोमीटर ट्रेकिंग करते-करते भी यहां पहुंच सकते हैं। ठंडे पानी का झरना काफी ऊंचाई से गिरता है।

जाने कैसे पहुंचे गए
दिल्ली से कौसानी सड़क मार्ग से जुड़ा है और इसकी दूरी करीब 410 किलोमीटर है। दिल्ली से कौसानी पहुंचने में करीब 9-10 घंटे का समय लगता है। नैनीताल कौसानी 120 किलोमीटर दूर है, जबकि अल्मोड़ा से इसकी दूरी सिर्फ 50 किलोमीटर है।

कौसानी का नजदीकी एयरपोर्ट पंत नगर है। हालांकि एयरपोर्ट भी करीब 180 किलोमीटर दूर है। नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जहां से अल्मोड़ा होकर कौसानी की दूरी 140 किलोमीटर के आसपास है। मार्च से जून के बीच कौसानी घूमने-फिरने का बेस्ट सीजन है। फिर सितंबर से नवंबर का समय भी अच्छा है।
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